वैसे तो देखा जाए तो Muslim की पापुलेशन वर्ल्डवाइड बहुत ज्यादा है लेकिन आज के सोशल मीडिया दौर में इंसान अपने आप को पहचानने लगा है क्योंकि वह जानना चाहता है कि मेरे धर्म में इतनी खामियां क्यों है ऐसे तो इस्लाम जहां भी हंड्रेड परसेंट होता है वहां इस प्रकार की सोच का उत्पन्न होना मुमकिन होता है लेकिन आज के सोशल मीडिया के दौर में यह किसी भी समुदाय के बीच में अपनी जगह बना लेते हैं इसीलिए अब जो देश का मुस्लिम देश है उन देशों में भी EX मुस्लिम बनने की संख्या बढ़ती जा रही है!
EX मुस्लिम बनने का मुख्य कारण यह भी हो सकता है!
किसी भी धर्म का होना कोई गलत बात नहीं होती है लेकिन प्रॉब्लम तो तब खड़ी होती है जब कोई धर्म दूसरे धर्म को गाली देना शुरू कर देते हैं तो उसे धर्म में रहने वाले लोग बहुत ही ज्यादा कंफ्यूज हो जाते हैं क्योंकि उन्हें समझ नहीं आता है कि हम भी इंसान हैं और दूसरे धर्म के लोग भी इंसान हैं और हमारा धर्म उनके धर्म के बाद आया है फिर भी वह गलत कैसे हो सकते हैं!
इस्लाम में दूसरे धर्म को नफरत की नजर से देखा जाता है यही कारण है कि आज की नई पीढ़ी इस बात को समझ पा रही है कि यह धर्म के नाम पर कट्टरता फैलाने का काम कर रहा है इस्लाम धर्म क्योंकि आपने देखा होगा 26 11 मुंबई हमला मुस्लिम समुदाय द्वारा किया गया था!
- सोशल मीडिया पर मुसलमान के प्रति Hate उत्पन्न होना.
- इस्लाम में दूसरे धर्म के लिए कोई भी जगह नहीं होना.
- इस्लाम अपने कट्टरपंथी के वजह से मुसलमान का बदनाम होना.
- तीन तलाक तथा हलाला जैसे प्रथा का होना.
- औरतों को देवी का दर्जा ना देना तथा औरतों को बस एक हवस का खिलौना समझना.
- रिश्तो की अहमियत ना समझना यह भी एक मुख्य कारण है.
EX मुस्लिम बनने के बाद लोग अपना आपको क्यों छुपा लेते हैं !
क्योंकि इसका कारण केवल इस्लाम में कट्टरपंथी का होना है क्योंकि इस्लाम में साफ-साफ दर किया गया है जो भी शाम को छोड़ेगा उसे 72 हूरों के पास पहुंचा है दे दिया जाएगा उसमें लिखा है मैंने वह यहां पर दर्शाया है आप अधिक जानकारी चाहते हैं तो नीचे दिए गए वीडियो का इस्तेमाल करें इसमें पूरी जानकारी दी गई है कि इस्लाम में EX मुस्लिम क्यों उत्पन्न हो रहे हैं!
Note- कृपया ध्यान दें हम ऊपर दिए गए लेख का उत्तरदायित्व नहीं लेते हैं क्योंकि यह जो भी लेख हमने लिखा है वह वीडियो में देखकर और समझ कर लिखा है इसकी जिम्मेदारी दिए गए वीडियो के मालिक द्वारा ली जाए हम केवल उसे आगे प्रसारित करने का बीड़ा उठाते हैं!