बुंदेलखंड का एक ऐसा मंदिर जहां सांप काट ले तो उनका नाम का बन्द लगाने से ही सांप का जहर नहीं चढ़ता

Razput RK

क्या है पूरी सच्चाई आइए हम जानते हैं

रतनगढ़ के राजा रतन सिंह थे उनके साथ बेटे यानी कि राजकुमार थे एक बेटी थी
जिसका नाम मारुला था
पुराने बुजुर्ग लोग बताते हैं कि जो राजकुमारी थी इतनी सुंदर थी बहुत सुंदर उसकी सुंदरता के चर्चे आसपास के गांव एवं बड़े बड़े राजा महाराजा के दरबार में चलते थे
राजकुमारी की सुंदरता के विषय में जब अलाउद्दीन खिलजी को मालूम चला अलाउद्दीन खिलजी ने उसे पाने के लिए जी जान लगा दी
और संदेशा पहुंचाया कि यदि राजकुमारी हमसे निगाहे करेंगी तो मैं उसे दिल्ली की राजकुमारी बना दूंगा दिल्ली की बेगम बना दूंगा
यह संदेशा जब रतनगढ़ के राजा को मालूम हुआ और बेटी को मालूम हुआ उनके पुत्रों को मालूम हुआ तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया और जब अलादीन खिलजी को मालूम हुआ तो वह अपनी पूरी सेनाओं को लेकर रतनगढ़ की ओर प्रस्थान कर दिया

कई दिनों का सफर करके अलाउद्दीन खिलजी की सेना आखिरकार रतनगढ़ पहुंच गई

और दोनों तरफ से लड़ाइयां चालू हो गई एवं 2 हफ्ते तक युद्ध चला जिसमें अलाउद्दीन खिलजी के हजारों सैनिक मारे गए और अलाउद्दीन खिलजी हारने जैसा अपने आपको महसूस करने लगा उन्होंने रतनगढ़ के राजा के जो मंत्री हुआ करते थे उनको लालच दिया और उनको अपने साथ बैठा कर
रतनगढ़ की बारे में पूछा की इतना हम रक्तपात कर चुके हैं तब भी हम जीत नहीं रहे हैं तो रतनगढ़ के राजा के मंत्री ने चुगली कर दी कि रतनगढ़ में एक बावरी है जिसमें जो व्यक्ति जाता है चाहे जितना जख्मी हो जान जितना चोटिल हो वह उस बावरी का पानी पीते ही पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाता है इसलिए आप कभी रतनगढ़ के राजा से विजय हासिल नहीं कर पाओगे

जब अलाउद्दीन खिलजी ने है बात सुनी तो अल्लाह उद्दीन खिलजी ने उसे और लालच दिया कि उसे भंवरी से कैसे निजात पाएं तब रतनगढ़ के राजा मंत्री ने एक उपाय बताया कि उसे खंडित कर दिया जाए तो जीत हो सकती है अलाउद्दीन ने गंदे कपड़ों से उस कुंड को उस बावरी को खंडित कर दिया

जब बावरी खंडित हो गई तब राजा को मालूम हुआ कि उसके मंत्री ने यह हरामखोरी की है फिर क्या हुआ लड़ाई अलाउद्दीन खिलजी जितने लगा तब बहुत अधिक लड़ाई हुई जिसमें रतनगढ़ के राजा के सात बेटे मर गए जब यह खबर राजकुमारी को पहुंचती है तो राजकुमारी भी अपने आप को सूर्य देव को साक्षी मानकर अपने आप धरती में समा जाती हैं

जब यह अलाउद्दीन खिलजी को मालूम हुआ तो वह बहुत परेशान हुआ और उसके बाद वह दिल्ली के लिए प्रस्थान हो गया

यह पर्वत विंध्याचल पर्वत के नाम से विख्यात है मां रतनगढ़ बाली माता के पास छत्रपति शिवाजी जी मैं भी शरण ली थी जब छत्रपति शिवाजी की मुगलों से हार हो गई थी तब छत्रपति शिवाजी विंध्याचल पर्वत पर विराजमान रतनगढ़ माता की पूजा आराधना भी किए एक कहानी बूढ़े बुजुर्गों यह भी बताते हैं

रतनगढ़ राजा की राजकुमारी बेटी मारुला जब सती हुई

वही रतनगढ़ माता है यहां पर यह कौर मान्यता है यदि किसी को जहरीले सांप काट ले तो रतनगढ़ माता की भभूत लगा दे तो उसका जहर नहीं चढ़ता है सांप का

यहां पर हर सोमवार के दिन मेला लगता है तथा साल में दीपावली की दूज को महा विशाल मेला लगता है दोस्त को अधिकतर वह लोग आते हैं जिन्हें जहरीले कीड़े सांप ने काट लिया हो तथा वह नदी में पैर रखते ही मृतक के समान हो जाते हैं उन्हें चार आदमी लादकर रतनगढ़ मंदिर पर ऊपर ले जाता है और पुजारी उन्हें चढ़ता है और वह स्वस्थ एवं पूर्ण रूप से अच्छे होकर खड़े हो जाते हैं रतनगढ़ माता के विषय में और भी बहुत सी कहानी एवं कथा है

रतनगढ़ माता के मंदिर के बगल में ही रतनगढ़ माता के भाई का मंदिर भी बना हुआ है

रतनगढ़ माता के मंदिर पर हर सोमवार को लाखों की संख्या में लोग श्रद्धालु आते हैं एवं दीपावली की दूज को तो कई लाखों श्रद्धालु भक्तजन आते हैं यदि आप भी आना चाहते हैं बुंदेलखंड धरा पर यह पावन धाम पर तो आपका स्वागत है और आप जरूर सब परिवार शहद आइए

रतनगढ़ धाम के लिए वैसे तो चारों दिशाओं से आप पहुंच सकते हैं यह दतिया विंध्याचल पर्वत रतनगढ़ माता विराजी हैं यह 80 किलोमीटर दतिया से है मन सैनी गांव के पास स्थित बीदर इलाका होने की वजह से यह मंदिर घने जंगलों मैं कई किलोमीटर चलकर एवं ऊंची नीची पहाड़ियों से गुजरना पड़ता है तब आखिरकार रतनगढ़ माता के भव्य मंदिर के ऊपर पहुंच पाते हैं

रतनगढ़ माता का मंदिर दुनिया में बल्कि विश्व में एकमात्र मंदिर है जोकि कहीं भी व्यक्ति रहे किसी उनकी भभूति लगा देने से ही सांप का जहर रुक जाता है

रतनगढ़ वाली माता की जंगलों से यदि लकड़ी लाई जाए उसे अपनी चौखट पर बांध दिया जाए तो एक ऐसा भी मानना है कि गहरी ले जीव जंतु सांप कीड़ा अंदर प्रवेश नहीं करते हैं इसलिए रतनगढ़ से काफी श्रद्धालु लोग छोटी-छोटी लकड़ियां लेकर भी आते हैं

हमारी लिखित कहानी कैसी लगी जरूर बताइएगा हम आशा करते हैं आपको अच्छी लगी होगी

आप अपना एवं अपनों का सदैव ख्याल रखें जिंदगी अनमोल है

धन्यवाद

राजीव बुंदेलखंडी

Leave a Comment

Nokia C12 Smartphone Offer!


83% positive ratings from 100K+ customers
100K+ recent orders from this brand
10+ years on Amazon

This will close in 0 seconds